अखिल भारतीय भोजपुरी मगही मैथिली अंगिका मंच का कोर ग्रुप की अत्यंत महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई !
बैठक एवं प्रेस वार्ता का नेतृत्व मंच के अध्यक्ष कैलाश यादव ने किया !
बैठक में प्रेस को संबोधन के दौरान अध्यक्ष कैलाश यादव ने कहा की मंच ने निर्णय लिया है कि विगत दिनों हेमंत सरकार द्वारा बोकारो धनबाद से भोजपुरी मगही भाषा को क्षेत्रीय भाषा की सूची से हटाने के खिलाफ राज्यभर में जिलास्तर पर चरणबद्ध प्रतिकार सभा एवं विरोध मार्च किया जाएगा ! साथ ही यह भी निर्णय हुआ की अब राज्यभर में जनांदोलन के माध्यम से 24 जिलों में भोजपुरी मगही मैथिली अंगिका के साथ उर्दू के तरह हिंदी व अन्य भाषा को प्राथमिकता से शामिल करने की मांग किया जाएगा !
इस संदर्भ में आगामी दिनांक 27/2/22 रविवार को दिन के 12 बजे से हरमू विद्यानगर रोड न.1 में ऐतिहासिक “प्रतिकार सभा” कर आयोजन की शुरुआत की जाएगी !
यादव ने पत्रकारों को बताया कि राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन द्वारा भोजपुरी मगही भाषा को बोकारो, धनबाद से हटाने का असंवैधानिक निर्णय से राज्यभर के बहुसंख्यक भोजपुरी मगही मैथिली अंगिका एवं हिंदी भाषियों में जनाक्रोश फैल गया है !
सरकार के इस असंवेदनशील निर्णय से बहुसंख्यक भोजपुरी मगही मैथिली अंगिका भाषियों के जनभावनाओं को काफी आहत पहुंचा है !
27 फरवरी को आयोजित प्रतिकार सभा में आगामी राजव्यापी कार्यक्रमों के लिए एक बड़े फैसले का एलान किया जाएगा, जब तक हेमन्त सरकार अनैतिक निर्णयों को वापस नही लेती है तब तब राज्यभर में चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा !
राज्य में 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति की मांग के खिलाफ अखिल भारतीय भोजपुरी मगही मैथिली अंगिका मंच सभी 28 संगठनों द्वारा हर मोर्चे पर खड़ा कोकर मुस्तैदी से विरोध करेगा !
बैठक में प्रमुख रूप से उपेंद्र नारायण सिंह सुबोध ठाकुर योगेंद्र शर्मा राजकिशोर सिंह सुनील पांडेय अभय झा राजेंद्र मंडल प्रेमशंकर सिंह शंकर यादव सहित अन्य लोग मौजूद थे !