Wednesday, April 24, 2024
spot_img
Homeझारखंड73वां राज्यव्यापी वन महोत्सव 2022 कार्यक्रम में सम्मिलित हुए विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्र...

73वां राज्यव्यापी वन महोत्सव 2022 कार्यक्रम में सम्मिलित हुए विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो एवं मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन

विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो एवं मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन आज झारखंड विधान सभा परिसर में वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा आयोजित 73वां राज्यव्यापी वन महोत्सव, 2022 कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि जंगलों में आग लगने पर अविलम्ब उसकी सूचना आम व्यक्ति भी वन विभाग के पदाधिकारियों को दे सकें इस निमित्त विभाग टोल फ्री नंबर जारी करे। जंगलों में पेड़ कटाई से लेकर आग लगने तथा अन्य गतिविधियों की शिकायत लोग विभाग के पदाधिकारियों को कर सकें इसकी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि वन संरक्षण के लिए मैनुअली के साथ-साथ तकनीक का भी उपयोग करें। जल, जंगल, जमीन झारखंड वासियों का वजूद है। इनका संरक्षण हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। निश्चित रूप से यह कहा जा सकता है कि पेड़ है तभी जीवन है। उक्त बातें मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज झारखंड विधान सभा परिसर में वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा आयोजित 73वां राज्यव्यापी वन महोत्सव, 2022 कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहीं।

IMG 20220729 WA0025

पर्यावरण को नुकसान पहुंचा कर विकास की लकीर नही खींच सकते

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि वर्तमान समय में विकास की ऊंचाइयों को छूते-छूते कहीं न कहीं पर्यावरण पर भी चोट पहुंच रहा है। पर्यावरण को नुकसान पहुंचा कर हम विकास की लकीर नही खींच सकते। सड़क चौड़ीकरण, कारखानों का निर्माण, शहरीकरण, जलाशय निर्माण सहित कई ऐसी योजनाएं हैं जिनके विकास तथा जीर्णोधार के लिए अनगिनत पेड़ों की कटाई की जाती है। हमें इस बात का ख्याल रखना जरूरी है कि विकास कार्यों के लिए जितनी पेड़ों की कटाई की जाती है उससे कई गुना पेड़ों को लगाकर ही इसकी भरपाई की जा सकेगी। हम सभी लोगों को अधिक से अधिक पेड़ लगाएं और दूसरों को भी पेड़ लगाने के लिए प्रेरित करें यह जिम्मेदारी उठानी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वन महोत्सव कोई एक दिन का कार्यक्रम नही बल्कि वन महोत्सव हर दिन होना चाहिए। प्रकृति के साथ तालमेल बिठाकर ही पर्यावरण को संरक्षित किया जा सकता है। वन आधारित क्षेत्रों पर आरा मशीन प्लांट के जरिए कुछ असामाजिक लोग धड़ल्ले से पेड़ों की कटाई कर रहे हैं। ऐसी चीजों पर अविलंब रोक लगनी चाहिए नही तो बचे हुए पेड़ भी कट जाएंगे।

IMG 20220729 WA0026

वन्य प्राणियों का विचरण जंगल कटने के स्पष्ट संकेत

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में जो लोग अपने कैंपस में वृक्ष लगाएंगे उन्हें प्रति वृक्ष 5 यूनिट बिजली फ्री करने की घोषणा राज्य सरकार द्वारा की गई है। शहरी क्षेत्रों में लोग अपने-अपने घर आंगन पर पेड़ लगाकर यह लाभ ले सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम आज 73वां वन महोत्सव मना रहे हैं। इन 73 वर्षों में वन और पर्यावरण संरक्षण के लिए जितना कार्य हुआ है वह संतोषप्रद नही दिख रहा है। जितनी हरियाली दिखनी चाहिए थी वर्तमान में उतनी हरियाली नही दिख रही है जो चिंता का विषय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव के साथ-साथ अब शहरी क्षेत्रों में भी जंगली जीव-जंतुओं का विचरण देखा जा रहा है। जंगली जीवों का निरंतर आवागमन स्पष्ट संकेत देता है कि वनों की कटाई निरंतर जारी है। वन्य प्राणियों के घरों को उजाड़ कर उन्हें बेघर किया जा रहा है तभी वे गांव और शहरों की ओर अपना विचरण कर रहे हैं। हम जंगलों को कटने से बचाकर ही वन्य प्राणियों को संरक्षित कर सकेंगे।

IMG 20220729 WA0023

इस अवसर पर झारखंड विधानसभा अध्यक्ष श्री रबीन्द्र नाथ महतो, मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन सहित माननीय विशिष्ट अतिथियों द्वारा झारखंड विधानसभा परिसर में पौधा-रोपण भी किया गया।

IMG 20220729 WA0027

इस अवसर पर मंत्री श्री आलमगीर आलम, मंत्री श्री चंपाई सोरेन, मंत्री श्री मिथिलेश कुमार ठाकुर, मंत्री श्री सत्यानंद भोक्ता, सभी विधायकगण, वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री एल.खियांग्ते, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री राजीव अरुण एक्का सहित अन्य वरीय पदाधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

The Real Khabar

RELATED ARTICLES

Most Popular