कहा जाता है कि मारने वाले से बड़ा बचाने वाला होता है। इसी तरह का एक मामला प्रकाश में आया है। इसमें पति ने पत्नी को चाकू से मारकर लावारिस स्थिति में छोड़ दिया। उसे रिम्स के डाक्टरों ने एक नई जिंदगी दी। घटना खरसांवा की है, जहां महिला लक्ष्मी साव को उसका पति बाजार घुमाने के लिए ले गया और रात में सुनसान सड़क पर छह-सात बार चाकू से वार कर घायल अवस्था में छोड़कर भाग खड़ा हुआ। इसके बाद उसे एमजीएम जमशेदपुर में भर्ती कराया गया। यहां से उसे रिम्स रेफर किया गया।
रिम्स में भी लावारिस मरीज की तरह उसे सर्जरी विभाग में पुलिस ने भर्ती कराया और वहां के डाक्टरों ने उसकी तुरंत सर्जरी कर जिंदगी बचाई। लक्ष्मी बताती है कि उसके पति ने उसे दिन के तीन बजे से रात आठ बजे तक पूरा शहर घुमाया, जबकि बाजार ले जाने की बात थी। इसके बाद रात में उसे गाड़ी से नीचे उतरने के लिए कहा। जब उसने इन्कार कर दिया तो पति ने चाकू निकाल लिए, और हाथ तथा पेट पर छह-सात बार वार कर अधमरा कर दिया।
सर्जरी विभाग के डा. निशिथ एक्का ने बताया कि महिला की स्थिति काफी गंभीर थी। ऑपरेशन के वक्त भी महिला का नाम नहीं पता चला था। उन्होंने बताया कि महिला जब पहुंची, तो बीपी डाउन था, महिला का अमाशय फटा हुआ था, आंत बाहर निकल गया था, सिर और गले में भी चोट थी। इसके बाद तुरंत ऑपरेशन की प्लानिंग की गई।
ऑपरेशन के बाद आज महिला खतरे से बाहर आ गई है। उसके मायके वाले अस्पताल पहुंच गए हैं। महिला मूल रूप से बिहार के नालंदा जिला के बिंद की रहने वाली है। ऑपरेशन करने वाली टीम में डा. निशिथ, डा. विक्रम, डा. नेहा, डा. शोभा, डा. अनुप, डा. रामाकृष्णण शामिल थे।