AJSU पार्टी के वरिष्ठ नेताओं डॉ. देवशरण भगत, प्रवीण प्रभाकर और राजेंद्र मेहता ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि धनबाद के भाटिनदह जलप्रपात स्थल पर पार्टी की केंद्रीय सभा की बैठक देर रात तक चली। इस बैठक में संगठन के सुदृढ़ीकरण और आम जनता के मुद्दों पर भावी योजनाएं तैयार की गईं। पार्टी ने स्पष्ट किया है कि वह जनहित के मुद्दों पर मुखरता से काम करेगी और सड़क से लेकर सदन तक झारखंडी जनता के अधिकारों के लिए संघर्ष करेगी।
AJSU पार्टी ने झारखंड के हर गांव में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का निर्णय लिया है। अगले तीन महीनों में पार्टी 32,623 गांवों में ग्राम समितियों का गठन करेगी। पार्टी के अनुसार, जनता के मान, सम्मान और स्वाभिमान से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। संगठन के संघर्ष की विरासत को आगे बढ़ाते हुए पार्टी ने जनता की सेवा को प्राथमिकता देने का संकल्प लिया।
केंद्रीय सभा में दिखी पार्टी की मजबूती
बैठक में केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो, सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी, विधायक निर्मल महतो, पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस और पूर्व विधायक लंबोदर महतो समेत राज्यभर से आए केंद्रीय सदस्य, जिला पदाधिकारी और पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित थे। सभी ने एक स्वर में पार्टी को मजबूत राजनीतिक विकल्प के रूप में स्थापित करने और संघर्ष को तेज करने का आह्वान किया। नेताओं ने कहा कि आजसू पार्टी में पूरी एकजुटता है, और पार्टी को कमजोर समझने वालों के मंसूबे कामयाब नहीं होंगे।
नए सदस्यों का स्वागत
झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति (जेबीकेएसएस) के वरिष्ठ नेता और हजारीबाग लोकसभा चुनाव में 1.5 लाख वोट प्राप्त करने वाले संजय मेहता ने भी अपनी टीम के साथ आजसू की सदस्यता ग्रहण की। उन्होंने कहा कि जेबीकेएसएस के आंदोलन की दिशाहीनता को देखते हुए उन्होंने यह निर्णय लिया।
झूठे मुकदमों में कानूनी सहायता का वादा
मुख्य प्रवक्ता देवशरण भगत ने बताया कि पार्टी कोयलांचल क्षेत्र में विस्थापितों और रैयतों के संघर्ष पर दर्ज झूठे मुकदमों में निःशुल्क कानूनी सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि आजसू का संघर्ष ऐतिहासिक रहा है और जनता को आज भी पार्टी से उम्मीदें हैं।
नए संकल्प के साथ आगे बढ़ेगी आजसू
पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रवीण प्रभाकर ने 1986 से जारी आजसू के संघर्ष को रेखांकित करते हुए कहा कि जनता को हमेशा से आजसू से संघर्ष और समाधान की आशा रही है। पार्टी ने हर स्तर पर संगठन को मजबूत कर जनता के मुद्दों को प्राथमिकता देने का निश्चय किया है।