रामगढ़ जिले में आज पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ में एक कुख्यात अपराधी को मार गिराया गया। यह एनकाउंटर रामगढ़ के कुजू इलाके में हुआ, जहां दो जिलों की पुलिस टीम मौजूद थी। मुठभेड़ में मारा गया अपराधी राहुल तुरी वही व्यक्ति था, जिसने तीन दिन पहले विस्थापित नेता संतोष सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
छिपकर बैठा था अपने साथियों के साथ
सूत्रों के अनुसार, हजारीबाग और रामगढ़ पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में यह मुठभेड़ मुरपा बस्ती में हुई। जानकारी के मुताबिक, राहुल तुरी अपने अन्य साथियों के साथ वहां छिपा हुआ था। पुलिस ने घेराबंदी करते हुए राहुल को मार गिराया और उसके एक साथी को गिरफ्तार भी कर लिया।
रांची पुलिस का मोस्ट वांटेड था राहुल तुरी
राहुल तुरी न केवल हजारीबाग बल्कि रांची पुलिस का भी मोस्ट वांटेड अपराधी था। उसने उग्रवादी संगठन टीएसपीसी से अलग होकर अपना एक गिरोह तैयार किया था, जिसे आलोक गिरोह के नाम से जाना जाता था। राहुल तुरी पर रांची के बुढ़मू और खलारी इलाकों में आगजनी और गोलीबारी जैसी कई गंभीर वारदातों को अंजाम देने का आरोप था।
पुलिस की बड़ी कामयाबी
रामगढ़ के कुजू में इस सफल मुठभेड़ को पुलिस ने बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा है। हजारीबाग और रामगढ़ जिले की पुलिस टीम ने मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। एनकाउंटर में मारे गए राहुल तुरी पर पहले से ही कई संगीन मामले दर्ज थे, और वह कई सालों से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था।
इस एनकाउंटर ने क्षेत्र में दहशत फैलाने वाले अपराधी का अंत कर दिया है। पुलिस के इस ऑपरेशन से स्थानीय लोग राहत महसूस कर रहे हैं। पुलिस अब गिरफ्तार साथी से पूछताछ कर मामले से जुड़े अन्य पहलुओं की जांच कर रही है।