शनिवार रात्रि 10 बजे उपरांत द आर्ट ऑफ लिविंग परिवार के सदस्यो ने जरूरतमंद, सड़क किनारे व फुटपाथ पे सोए लाचार मजबूर लोगो को ढूंढ ढूंढ कर उन्हे कंबल उड़ाने का कार्य किया। कुछ लाचार और अपंग रैन बसेरा में ठंड से ठिठुरते रिक्शाचालक, और फुटपाथ में छोटे-छोटे बच्चे लेकर जो परिवार थे उन्हे भी टीएओल के सेवाचार्य गर्मी प्रदान हेतु कंबल उड़ाते चले गये और साथ ही साथ खाद्य सामग्री चूड़ा व गुड़ भी दिया।
रात्रि १:०० बजे तक करीब 200 कंबल सएनएमसीएच हस्पताल, बैंक मोड़, पुराना बाजार, रेलवे स्टेशन, हीरापुर, बस स्टैंड, झरिया में द आर्ट ऑफ लिविंग के सदस्यो ने कंबल और गुड़ चूड़ा का पैकेट वितरण किया।
अगले दिन दोपहर ३ बजे रविवार को करकेंद में गांधीग्राम नेहरू ग्राउंड के समीप भी करीब १०० कंबल बाटे जाएंगे।
आज के कार्य को सफल बनाने में दी आर्ट ऑफ लिविंग धनबाद परिवार के सदस्यो का बहुत बड़ा योगदान रहा। वही वितरण कार्य में प्रशिक्षक मयंक सिंह, श्रद्धालु अनिल बर्नवाल, रामाधार प्रसाद, आशीष जैन, सुमन सिंह, सुखजिंदर जॉनी, सन्नी कटेसरिया, विवेक सिंहा,संदीप सिन्हा, सचिन, श्रद्धा कटेसरिया इत्यादि का योगदान रहा।