मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से विधानसभा स्थित मुख्यमंत्री कक्ष में गुमला के बिशुनपुर निवासी फुचा महली ने मुलाकात की।
उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रवासी श्रमिकों के प्रति उनकी संवेदनशीलता की वजह से ही वे 35 वर्ष बाद वे अपने घर लौट सके। इससे पूर्व तक वे नार्थ और मिडिल अंडमान द्वीपसमूह में बंधुवा मजदूर के रूप में काम कर रहे थे। मालूम हो कि, गुमला निवासी फुचा महली के परिजनों ने श्रम विभाग झारखण्ड सरकार और शुभ संदेश फाउंडेशन के सदस्यों से संपर्क कर फुचा महली की घर वापसी का आग्रह किया। मामले की जानकारी के बाद श्रम विभाग के अधिकारियों और फाउंडेशन के प्रतिनिधियों ने दक्षिणी अंडमान के प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क कर फुचा महली को मुक्त कराया। मुख्यमंत्री ने फुचा महली को सरकार की विभिन्न योजनाओं से आच्छादित करने का निदेश अधिकारियों को दिया है।