ओटीटी प्लेटफॉर्म पर आई वेब सीरीज़ ‘पंचायत’ ने न सिर्फ गांव की सादगी को घर-घर पहुंचाया, बल्कि इसके किरदारों ने दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई। इन्हीं किरदारों में से एक ‘रिंकी’, यानी सांविका भी हैं, जो धीरे-धीरे वेब सीरीज़ की जान बन गई हैं।
जहां पहले दो सीज़नों में रिंकी का ज़िक्र भर था, वहीं तीसरे और चौथे सीज़न में उनकी मौजूदगी गहराई से दर्शाई गई है — खासकर अभिषेक त्रिपाठी (जितेंद्र कुमार) के साथ उनकी कैमिस्ट्री को लेकर।
🎥 सांविका और जितेंद्र की ऑफ-स्क्रीन बॉन्डिंग: बिना बातों के केमिस्ट्री
एक खास इंटरव्यू में सांविका ने कहा कि वो और जितेंद्र बहुत ज़्यादा बातचीत नहीं करते। दोनों कलाकार सेट पर अपने काम पर फोकस रखते हैं और ज़रूरत पड़ने पर ही संवाद करते हैं। फिर भी, दर्शक उनके बीच एक गहरी और सच्ची केमिस्ट्री महसूस करते हैं, जो उनके सहज अभिनय का प्रमाण है।
सांविका कहती हैं:
हम सेट पर ज्यादा नहीं बोलते, लेकिन फिर भी हमारे बीच जो अनकहा जुड़ाव है, वही कैमरे पर जादू करता है।
यह उनके अभिनय कौशल और स्क्रिप्ट की ताकत को दर्शाता है कि बिना ज़्यादा संवाद के भी ये जोड़ी दर्शकों का दिल जीत रही है।
🎬 पंचायत के बाद अब चुनौतीपूर्ण रोल्स की चाह
सांविका ने आगे कहा कि अब वे केवल ‘सीधी-सादी’ किरदारों तक सीमित नहीं रहना चाहतीं। वे एक पुलिस अधिकारी, अमीर लड़की या जटिल किरदार निभाने की इच्छा रखती हैं।
“मैं अब खुद को अलग-अलग रंगों में देखना चाहती हूं। एक्टिंग की असली खूबी तभी सामने आती है जब कलाकार हर भूमिका में ढल सके।”
📱 इंस्टाग्राम पोस्ट बना चर्चा का विषय
कुछ समय पहले सांविका ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट डाली थी, जिसमें उन्होंने ‘सच्चाई से दूर भागने’ जैसे शब्द लिखे थे। इस पोस्ट को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई गईं कि क्या वह शो या अपने करियर को लेकर परेशान हैं?
इस पर सांविका ने स्पष्ट किया कि:
“वह एक निजी भावना थी, जिसे मीडिया ने कुछ ज़्यादा ही बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया। कभी-कभी हम भावनात्मक हो जाते हैं, और वह एक ऐसा ही पल था।”
🌟 सांविका का सफर: एक आम लड़की से स्क्रीन की रिंकी बनने तक
मुंबई में पली-बढ़ी संविका पूज सिंह ने मॉडलिंग से अपने करियर की शुरुआत की थी। उन्हें शुरुआत में टीवी विज्ञापनों और छोटे-छोटे प्रोजेक्ट्स में काम मिला। लेकिन ‘पंचायत’ वेब सीरीज़ ने उनकी किस्मत बदल दी। आज वह युवाओं की पसंदीदा अदाकारा बन चुकी हैं।
सांविका और जितेंद्र की जोड़ी ‘पंचायत’ में जितनी सादगी से परदे पर दिखती है, उतनी ही सरल उनकी ऑफ-स्क्रीन बॉन्डिंग भी है। बिना बोले भी जुड़ने की ये कला ही आज उनकी सफलता का राज़ है। और शायद यही कारण है कि ‘पंचायत 4’ में इनकी केमिस्ट्री फिर से दर्शकों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है।