एक परिवार पिछले 15 दिनों से गुमशुदगी की रिपोर्ट (Missing Report) दर्ज कराने के लिए 3 थानों के चक्कर काट रहा है, लेकिन अभी मामला दर्ज नहीं किया गया है. इससे पीड़ित परिवार काफी परेशान हो गया है. पीड़ित परिवार के दर्द का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि उन्हें जहां से भी अपने लापता इंजीनियर बेटे की सूचना मिल रही है वे तलाश में वहां पहुंच रहे हैं. लेकिन इसके बावजूद भी अभी तक उनके हाथ खाली हैं. जबकि पुलिस मदद के नाम पर उन्हें एक थाने से दूसरे थाने भेज अपना पल्ला झाड़ रही है. वरीय अधिकारियों के निर्देश पर इटकी थाने ने परिवार की खोजबीन में थोड़ी मदद तो की लेकिन केस दर्ज करने से अपना पल्ला झाड़ लिया.
मामले को लेकर लापता युवक के परिजन बताते हैं कि शाहिद सैफुल्ला इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद बैंगलुरु में काम कर रहा था. और मार्च माह में ही बहन की शादी को लेकर इटकी आया था. लेकिन लॉकडाउन की वजह से वो यही रुक गया. वहीं, 11 जून को सैफुल्ला अपने मामा के घर चान्हों से पंडरा गया और फिर अपने मामा को बोलकर वहां रुक गया. इसके बाद से वो लापता हो गया. लेकिन 15 दिन से ज्यादा गुजर जाने के बाद भी सैफुल्ला का कोई सुराग मिला है. वहीं, अभी तक मामला भी दर्ज नहीं हो पाया है. वहीं, सैफुल्ला की मां राबिया खातून अपने बेटे से लौट आने की गुहार लगा रही है. साथ ही पुलिस से भी गुहार लगा रही है.
कई जगहों के सीसीटीवी खराब होने से नहीं मिल पाया सुराग
पूरे मामले को लेकर सैफुल्ला का चाचा मो. मंसूर अली का कहना है कि इटकी थाना से पंडरा थाना और चान्हो थाना गए लेकिन अबतक मामला दर्ज नहीं हुआ. हालांकि, आश्वासन जरूर मिल रहा है. वहीं, उन्होंने बताया कि पंडरा रातू इलाके के सीसीटीवी कैमरे भी खराब हैं, जिस कारण सैफुल्ला के खोजबीन में परेशानी हो रही है.