JSSC-CGL परीक्षा में कथित गड़बड़ियों को लेकर जारी विवाद के बीच, झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने बीजेपी पर तीखा हमला बोला। प्रेस वार्ता में उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी नेता JSSC-CGL परीक्षा को लेकर छात्रों और युवाओं को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन नेताओं द्वारा युवाओं को भटकाने की कोशिश की जा रही है, और अब इनकी सच्चाई जनता के सामने लाने का समय आ गया है। सुप्रियो ने बीजेपी नेताओं से आग्रह किया कि वे इस परीक्षा को लेकर गलत प्रचार न करें।
बीजेपी पर सीधा हमला
सुप्रियो ने रघुवर दास और बाबूलाल मरांडी के आपसी संबंधों पर सवाल उठाते हुए कहा कि बीजेपी इन मतभेदों के कारण नेता प्रतिपक्ष का चुनाव भी नहीं कर पा रही है। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए ऐसा लगता है कि झारखंड सरकार अगले पांच साल तक बिना किसी नेता प्रतिपक्ष के कार्य करेगी।
कोरोना राहत फंड को लेकर सरकार की पारदर्शिता
सुप्रियो भट्टाचार्य ने बताया कि कोरोना के दौरान आपदा विभाग ने विभिन्न विभागों को बड़ी रकम आवंटित की, जिसमें सबसे अधिक राशि स्वास्थ्य विभाग को दी गई। इसके अलावा, कल्याण विभाग और पुलिस विभाग को भी राहत राशि मिली। उन्होंने कहा कि इस फंड के उपयोग का लेखा-जोखा किया गया, जिसमें कुछ अनियमितताएं सामने आईं। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य सरकार ने हमेशा वित्तीय लेन-देन को पारदर्शिता के साथ पेश किया है, और आपदा विभाग के फंड का पूरा हिसाब जल्द ही जनता के सामने रखा जाएगा।
पीएम केयर फंड पर सवाल
भट्टाचार्य ने बीजेपी सांसदों पर निशाना साधते हुए कहा कि उनमें से कुछ केंद्रीय मंत्री भी हैं, लेकिन उन्होंने पीएम केयर फंड का हिसाब मांगने की पहल नहीं की। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री राहत कोष के रहते अचानक पीएम केयर फंड बनाया गया, जिसे न तो सीएजी ऑडिट कर सकता है और न ही इसकी पारदर्शिता पर कोई सवाल उठाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस फंड में देश-विदेश से पैसा आया, लेकिन इसका कोई हिसाब नहीं दिया गया, जो बीजेपी की मंशा पर गंभीर सवाल खड़ा करता है।