स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को रिम्स में सरस्वती पूजा के आयोजन को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। अंसारी ने मरांडी से अपील की कि वे युवा पीढ़ी को नफरत और सांप्रदायिकता से दूर रखें।
इरफान अंसारी ने लिखा कि समाज में साम्प्रदायिकता और नफरत फैलाने का जो काम किया जा रहा है, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने मरांडी पर आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसे कामों में उन्हें महारत हासिल है, लेकिन कम से कम आने वाली पीढ़ी को इन चीजों से दूर रखा जाना चाहिए।
मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि रिम्स में सरस्वती पूजा को लेकर लिया गया निर्णय कानून-व्यवस्था को ध्यान में रखकर किया गया था। उन्होंने मरांडी को निशाने पर लेते हुए कहा कि डॉक्टरों पर हुई हिंसा के मामलों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इसके बावजूद, मरांडी हर मामले को राजनीतिक चश्मे से देखते हुए जनता को बांटने की कोशिश कर रहे हैं, जो गलत है।
अंसारी ने यह भी कहा कि सरस्वती पूजा डॉक्टरों द्वारा उनके हॉस्टल में पूरे विधि-विधान से मनाई जाएगी। उन्होंने मरांडी को सलाह दी कि वे समाज को बांटने के बजाय इसकी भलाई के लिए कुछ करें। उन्होंने कहा, “खाली दिमाग शैतान का घर होता है।”
मरांडी ने इससे पहले ट्वीट करते हुए दावा किया था कि रिम्स प्रशासन ने डॉक्टरों, छात्रों और स्थानीय जनभावनाओं का सम्मान करते हुए अपने फैसले को वापस ले लिया है और सरस्वती पूजा को आयोजित करने की अनुमति दे दी है। उनके अनुसार, इस निर्णय का स्वागत किया जाना चाहिए, क्योंकि इससे पुरानी परंपरा को बनाए रखा जाएगा।