झारखंड में पहली बार राज्य स्तरीय झासा दंत सम्मेलन का आयोजन रांची के आईएमए हॉल में किया गया। इस कार्यक्रम में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. सी.के. शाही, निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएं, ने भाग लिया।
सम्मेलन का भव्य आयोजन
राज्यभर से करीब 150 दंत चिकित्सा पदाधिकारी और 20 डेंटल हाइजेनिस्ट्स ने इस सम्मेलन में हिस्सा लिया। मंत्री का स्वागत पारंपरिक आदिवासी लोकनृत्य और रीति-रिवाजों के साथ किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई। इस मौके पर झासा दंत संवर्ग ने 12 सूत्रीय मांग पत्र मंत्री और स्वास्थ्य निदेशक को सौंपा, जिसे गंभीरता से पूरा करने का आश्वासन दिया गया।
प्रमुख घोषणाएं
- सम्मेलन में स्वास्थ्य मंत्री ने स्वास्थ्य सेवाओं को उन्नत बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं:
- डेंटल सेवाओं का आधुनिकीकरण: सरकारी डेंटल क्लीनिकों को आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित किया जाएगा।
- डॉक्टरों की सुरक्षा: ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
- NHM डेंटल सर्जनों का वेतन: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के तहत काम कर रहे डेंटल सर्जनों के वेतन में वृद्धि की जाएगी।
- आयुष्मान भारत योजना में डेंटल सेवाएं: डेंटल प्रक्रियाओं को आयुष्मान भारत योजना में शामिल किया जाएगा।
- भर्तियां और कैडर सृजन: DACP प्रावधान, MDS विशेषज्ञ कैडर और डेंटल स्टाफ की नई भर्तियां सुनिश्चित की जाएंगी।
- 1,000 नए PHC: झारखंड में 1,000 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोले जाएंगे, जहां डेंटल सेवाएं भी उपलब्ध होंगी।
डॉ. इरफान अंसारी ने घोषणा की कि राज्य में जल्द ही एक और रिम्स (राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान) की स्थापना होगी। इससे झारखंड में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार होगा और लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी।
स्वास्थ्य मंत्री की इन घोषणाओं को राज्य की चिकित्सा सेवाओं में सुधार के लिए एक बड़ा कदम माना जा रहा है।