पूर्व मंत्री, झारखण्ड सरकार की समन्वय समिति के सदस्य एवं झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहां है कि तन भक्तों का जीवन कहा है कि टाना भगतों का आर्थिक-सामाजिक और कुल मिलाकर जीवन स्तर ऊँचा उठाना आज के समय में न केवल सबसे बड़ी चुनौती है बल्कि सरकार के लिये सबसे बड़ी जिम्मेदारी और जवाबदेही भी है. श्री तिर्की ने कहा कि टाना भगतों ने जिस प्रकार आजादी के आंदोलन में आगे बढ़कर महात्मा गांधी के अहिंसात्मक संग्राम में अपना योगदान दिया वैसा दूसरा उदाहरण दुनिया में नहीं है.
आज चान्हो प्रखण्ड के सोनचिपी में अखिल भारतीय टाना भगत संघ के 112 वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए श्री तिर्की ने कहा कि आजादी के बाद भी आजतक बड़ी ही सादगी से अपने जीवन को व्यतीत करते आ रहे टाना भगत जिस प्रकार मांसाहार, नशापान आदि से दूर हैं और जिस प्रकार वे समाज में आदर्श जीवन जीते हैं, उससे सभी को प्रेरणा लेनी चाहिये.
श्री तिर्की ने कहा कि टाना भगतों ने हमेशा झारखण्ड की एक वैसी तस्वीर देश में गढ़ी है जहाँ शांति, सद्भावना, विकास, सादगी और सपनों को पूरा करने की ललक है. उन्होंने सरकार से मांग की कि टाना भगत विकास प्राधिकरण का अध्यक्ष किसी वरिष्ठ टाना भगत को ही बनाया जाना चाहिये.
अखिल भारतीय टाना भगत संघ के 112 वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित इस समारोह में सर्वसम्मति से संविधान निर्माता बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के संबंध में गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संसद में दिये गये आपत्तिजनक बयान की तीखी निन्दा करते हुए प्रधानमंत्री एवं राष्ट्रपति से मांग की गयी कि गृह मंत्री श्री शाह को मंत्रिमंडल से अविलम्ब हटाया जाये. टाना भगतों ने निर्णय लिया कि वे गृह मंत्री के विरुद्ध आंदोलन करेंगे और उन्हें हटाने के लिये वह दिल्ली कूच करेंगे जहाँ वे राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से मिलकर उन्हें मंत्रिमंडल से हटाने की मांग करेंगे.
आज की बैठक में प्रखण्ड कांग्रेस अध्यक्ष मो. इस्तेयाक, मंगलेश्वर उरांव, इरशाद खान, रमे टाना भगत, शिव चरण टाना भगत, सज्जाद अंसारी, बीगल टाना भगत, साबिर अंसारी, चंद्रू टाना भगत, चतरा टाना भगत, जय राम टाना भगत, मंगल टाना भगत, जागे टाना भगत, बीसनू टाना भगत सहित अनेक टाना भगतों की महत्वपूर्ण भागीदारी रही.