रामदास सोरेन, झारखंड सरकार में राजस्व, पंजीकरण एवं भूमि सुधार (पंजीकरण) विभाग के मंत्री, अपने सशक्त नेतृत्व और जनहितैषी नीतियों के लिए चर्चित हैं। वे झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के वरिष्ठ नेता हैं और राज्य में भूमि प्रबंधन एवं पंजीकरण व्यवस्था को सरल, पारदर्शी एवं डिजिटल बनाने के लिए प्रयासरत हैं।
रामदास सोरेन ने अपने मंत्रालय के कार्यों को आम लोगों तक अधिक सुगम बनाने पर बल दिया है। उनकी प्राथमिकताओं में भूमि रिकॉर्ड का डिजिटलीकरण, पंजीकरण प्रक्रियाओं को तेज और कुशल बनाना, और राजस्व में सुधार हेतु नीतिगत निर्णय लेना शामिल है। उनके प्रयासों के फलस्वरूप, राज्य में भूमि पंजीकरण सेवाओं की कार्यप्रणाली में उल्लेखनीय सुधार देखा गया है।
नवीन पहल और उपलब्धियां
रामदास सोरेन ने मंत्री बनने के बाद कई अहम कदम उठाए हैं:
- भूमि रिकॉर्ड का डिजिटलीकरण: झारखंड के सभी जिलों में भूमि रिकॉर्ड को ऑनलाइन उपलब्ध कराने के लिए विशेष अभियान चलाया गया।
- पंजीकरण प्रक्रिया में सुधार: पंजीकरण कार्यालयों में ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा शुरू कर दी गई, जिससे नागरिकों को समय की बचत हो रही है।
- ग्रामीण विकास पर ध्यान: आदिवासी क्षेत्रों में भूमि से जुड़े विवादों के निपटारे के लिए विशेष टीमें बनाई गईं।
राजनीतिक यात्रा
रामदास सोरेन का राजनीतिक सफर झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ शुरू हुआ। वे आदिवासी समुदाय के एक सशक्त नेता के रूप में जाने जाते हैं और झारखंड के लोगों के लिए उनका योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने हमेशा समाज के हर वर्ग की भलाई के लिए काम किया है और उनकी नीतियां राज्य के विकास में मील का पत्थर साबित हो रही हैं।
आम जनता का विश्वास
रामदास सोरेन ने अपने कार्यों से जनता के बीच गहरी छवि बनाई है। वे नियमित रूप से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों का दौरा करते हैं और लोगों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से करते हैं।
उनके नेतृत्व में झारखंड के राजस्व, पंजीकरण और भूमि सुधार क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव आए हैं। आने वाले दिनों में उनके द्वारा लागू की जा रही नई योजनाएं राज्य को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने का वादा करती हैं।