झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायक सीता सोरेन द्वारा चतरा जिले के टंडवा स्थित आम्रपाली परियोजना में बरती जा रही अनियमितता की शिकायत पर राष्ट्रपति भवन में संज्ञान लिया है। इस मसले पर केंद्रीय वन एवं पर्यावरण तथा जलवायु परिवर्तन मंत्रालय को संज्ञान लेते हुए आवश्यक कार्यवाही का निर्देश दिया है।
सचिव को कार्रवाई का निर्देश
राष्ट्रपति भवन की ओर से इस संबंध में विधायक सीता सोरेन को भी ईमेल कर सूचना दी गई है। राष्ट्रपति भवन की ओर से केंद्रीय पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के सचिव को मामले में जांच कर आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया गया है और जांच के बाद हुई कार्रवाई से शिकायतकर्ता को भी अवगत कराने के लिये निर्देशित किया गया है। विधायक सीता सोरेन ने इस मसले को लेकर पिछले दिनों राजभवन जाकर राज्यपाल रमेश बैस को भी एक ज्ञापन सौंपा था और राष्ट्रपति तथा केंद्रीय मंत्री समेत अन्य के नाम ज्ञापन पत्र के माध्यम से भेजा था।
झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायक सीता सोरेन की ओर से इस मामले को उठाते हुए कहा गया है कि आम्रपाली परियोजना से कोयला उत्खनन के बाद वन भूमि का अतिक्रमण कर कोयले का अवैध परिवहन किया जा रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि कोयला के अवैध परिवहन के लिए वन भूमि की भी कटाई की गई है और यह अवैध रूप से बिना अनुमति लिए हुए जंगल कटाई का मामला है। इसके बावजूद राज्य सरकार और कोयला कंपनियों की ओर से अब तक दोषी पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है। विधायक सीता सोरेन ने कहा है कि वह इस मसले को विधानसभा में भी विभिन्न माध्यमों से लगातार उठाते आ रही है, लेकिन राज्य सरकार के अधिकारियों की ओर से इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
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