शिल्पी नेहा तिर्की, झारखंड की कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री, राज्य की नई पीढ़ी की राजनीति का एक प्रभावशाली चेहरा हैं। वह झारखंड में ग्रामीण विकास और कृषि सुधारों के लिए समर्पित हैं। आदिवासी समुदाय से आने वाली शिल्पी ने झारखंड के किसानों और पशुपालकों के कल्याण के लिए कई महत्वाकांक्षी योजनाओं को लागू करने की दिशा में कदम उठाए हैं।
प्रारंभिक जीवन और राजनीतिक सफर
शिल्पी नेहा तिर्की का जन्म एक राजनीतिक और सामाजिक दृष्टि से सक्रिय परिवार में हुआ। उनके पिता बंधु तिर्की झारखंड की राजनीति का एक बड़ा नाम हैं। राजनीतिक और सामाजिक परिवेश ने शिल्पी को समाज की चुनौतियों और आवश्यकताओं को करीब से समझने में मदद की। अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने अपने क्षेत्र और राज्य की सेवा करने का निश्चय किया और राजनीति में कदम रखा।
वह पहली बार झारखंड विधानसभा उपचुनाव में मांडर क्षेत्र से विधायक बनीं। उनकी जीत झारखंड के मतदाताओं द्वारा युवा नेतृत्व पर भरोसे का संकेत थी।
मंत्री पद पर उपलब्धियां
शिल्पी नेहा तिर्की ने मंत्री पद संभालने के बाद झारखंड के कृषि, पशुपालन और सहकारिता क्षेत्रों में कई नई योजनाओं की शुरुआत की। उनका फोकस किसानों की समस्याओं को समझकर उनके जीवन को बेहतर बनाने पर रहा है। उनके नेतृत्व में निम्नलिखित प्रमुख प्रयास किए गए हैं:
- तालाबों का जीर्णोद्धार
राज्य में जल संसाधनों के प्रबंधन के लिए शिल्पी ने निजी और सरकारी तालाबों के जीर्णोद्धार को प्राथमिकता दी है। इसके तहत छोटे क्षेत्रफल वाले तालाबों का पुनरुद्धार और उनके बेहतर उपयोग की योजना बनाई गई है। यह कदम जल संरक्षण और मछली पालन को बढ़ावा देने में सहायक होगा। - सब्जियों और वनोपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP)
उन्होंने किसानों की आय बढ़ाने के लिए सब्जियों और महुआ जैसी वनोपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करने की प्रक्रिया शुरू की है। यह पहल किसानों को फसलों के बेहतर दाम सुनिश्चित करने में मदद करेगी। - कृषि क्षेत्र में रोजगार सृजन
मंत्री ने कृषि भवन और हाईटेक नर्सरी जैसी योजनाओं में स्थानीय युवाओं को रोजगार प्रदान करने का निर्देश दिया है। इससे पलायन पर रोक लगेगी और राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी। - पशुपालन में सुधार
झारखंड में पशुधन की देखभाल और उनके उत्पादों को बाजार में उचित मूल्य दिलाने के लिए उन्होंने कई नई योजनाएं शुरू की हैं। इसका उद्देश्य ग्रामीण परिवारों की आय में वृद्धि करना है। - कर्मचारियों की कार्यसंस्कृति में सुधार
शिल्पी ने सरकारी विभागों में कार्यकुशलता बढ़ाने और योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सख्त कदम उठाए हैं। उन्होंने अधिकारियों को जवाबदेह बनाते हुए विभागीय पारदर्शिता सुनिश्चित की है।
झारखंड के लिए उनकी दृष्टि
शिल्पी नेहा तिर्की झारखंड में कृषि क्षेत्र के आधुनिकीकरण और सहकारिता आधारित विकास के माध्यम से आत्मनिर्भरता लाने की दिशा में काम कर रही हैं। उनकी प्राथमिकता है कि झारखंड के किसान तकनीक और नीतियों का सही उपयोग कर अपनी आय को दोगुना करें। वह न केवल कृषि विकास बल्कि जलवायु परिवर्तन से निपटने और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के प्रति भी संवेदनशील हैं।