Friday, April 19, 2024
spot_img
Homeकोहरामराजनीतिअखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी मुख्यालय में देश के सभी राज्यों के प्रभारी...

अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी मुख्यालय में देश के सभी राज्यों के प्रभारी महासचिवों एवं प्रदेश अध्यक्षों की बैठक संपन्न

आज अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी मुख्यालय में देश के सभी राज्यों के प्रभारी महासचिवों एवं प्रदेश अध्यक्षों की बैठक पार्टी अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी जी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई इस बैठक में राहुल गांधी जी , संगठन महासचिव श्री के सी वेणुगोपाल जी व पार्टी महासचिवगण विशेष रूप से उपस्थित रहे ।
इस बैठक में झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस प्रभारी श्री आर पी एन सिंह एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री राजेश ठाकुर भी उपस्थित रहे
और विचार-विमर्श में भाग लिया।

आज के इस बैठक में सम्यक विचारोपरांत सर्वसम्मति से लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय

  1. कांग्रेस पार्टी व्यापक सदस्यता अभियान चलाएगी जो 1 नवंबर, 2021 से शुरू होकर 31 मार्च, 2022 तक चलेगा ।
    इस बात पर सर्वसम्मति से सहमति हुई कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस देश भर के हर नुक्कड़, हर वार्ड और गाँव तक पहुँचेगी और दूर-दराज के हिस्सों में भारतीयों को उनकी आकांक्षाओं के लिए एक मंच प्रदान करेगी।

पहली बार मतदान करनेवाले मतदाताओं को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य बनाने के लिए पार्टी द्वारा विशेष बल दिया जाएगा ।
इस विषय पर सहमति हुई कि कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता विशेष रूप से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग के हमारे भाइयों और बहनों के घरों और मुहल्लों का दौरा करेंगे कांग्रेस पार्टी द्वारा उनके कल्याण और समावेश के लिए शुरू किए गए कदमों पर विशेष ध्यान देकर इन वर्गों के साथ बातचीत करेंगे साथ ही इनकी समस्याओं को बिंदुवार तरीके से हल करने के दिशा में प्रयास तेज करेंगे । समाज के सभी वर्गों से मिशन मोड में महिला सदस्यों को पार्टी से जोड़ने का भी संकल्प लिया गया। मूल विचार न केवल युवाओं, महिलाओं और हाशिए पर जा रहे विशिष्ट वर्गों के लिए एक राष्ट्रव्यापी पहुंच अभियान है, पार्टी का प्रयास इस तथ्य को भी सामने लाना है कि केंद्र की भाजपानीत सरकार की नीतियों द्वारा इन वर्गों के जीवन और आजीविका पर किये जा रहे हमले से लड़ने के लिए कांग्रेस पार्टी ही एकमात्र विकल्प है।

  1. एक वैचारिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन देशभर में हो इस बात पर भी सहमति बनी बैठक में भाजपा/आरएसएस द्वारा न केवल कांग्रेस की विचारधारा पर बल्कि संविधान में निहित न्याय, समानता और सकारात्मक कार्रवाई के मूल सिद्धांतों पर लगातार हो रहे व्यवस्थित हमले पर विस्तृत रूप से विचार विमर्श हुआ । बैठक में संवैधानिक संस्थाओं के क्षरण पर गहन विचार मंथन हुआ ।
    बैठक में कहा गया कि कांग्रेस के सामान्य कार्यकर्ताओं से लेकर वरिष्ठतम कांग्रेस नेता तक पार्टी के प्रत्येक पदाधिकारी को कांग्रेस की विचारधारा के मूल और भारत के संस्थापक सिद्धांतों के आधार पर इस लड़ाई का सामना करना होगा। इसे सार्थक रूप से करने के लिए पार्टी के सभी स्तरों पर एक व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने का संकल्प लिया गया। एआईसीसी के पदाधिकारियों और पीसीसी अध्यक्षों ने मौखिक और सोशल मीडिया के माध्यम से सत्तारूढ़ शासन द्वारा फैलाए गए दुष्प्रचार, झूठ और दुर्भावनापूर्ण अभियानों का मुकाबला करने के लिए मुद्दे और नीति-आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने पर सहमति व्यक्त की। भारत के संस्थापक सिद्धांतों को फिर से लिखने का उनका विकृत प्रयास हमारे लोकतंत्र और राजनीति के मूल को खतरे में डालता है और हमें इससे राष्ट्रीय हित में लड़ना होगा ।
  2. जमीनी आंदोलनों को आगे बढ़ाने का निर्णय हुआ सभी ने सर्वसम्मति से हमारी पार्टी के कृषि क्षेत्र और लाखों किसानों पर भयावह हमले, अभूतपूर्व बेरोजगारी के कारण गंभीर अशांति, कीमतों में असहनीय वृद्धि से लोगों के बजट पर दुर्बल करने वाले हमले से लड़ने के संकल्प को दोहराया। पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस, खाना पकाने का तेल, निर्माण सामग्री तथा हर स्तर पर बढ़ती महंगाई का विरोध करने पर भी सहमति बनी ।
    हमारी अर्थव्यवस्था की दयनीय स्थिति और आसन्न आर्थिक मंदी और भी अधिक चिंताजनक है क्योंकि मोदी सरकार आर्थिक नीतियां मंदी को ठीक करने के लिए अनभिज्ञ और दिशाहीन है। उनकी नीतियों का शुद्ध परिणाम यह है कि मुट्ठी भर पूंजीपति अपनी संपत्ति में प्रतिदिन कई करोड़ की वृद्धि करते रहते हैं जबकि छोटे व्यवसाय, एमएसएमई, सीमांत दुकानदार और उद्यमी इनके लालच का शिकार हो जाते हैं।

यह संकल्प लिया गया कि 14 से 29 नवंबर, 2021 के बीच इन कठोर कदमों से आहत जनता के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, पार्टी पदाधिकारियों और आम लोगों की भागीदारी और भागीदारी के साथ जन जागरण अभियान चलाना होगा मुद्रास्फीति पर एक बड़े पैमाने पर जमीनी आंदोलन पार्टी के द्वारा शुरू किया जाएगा।

  1. कांग्रेस पार्टी व्यापक सदस्यता अभियान चलाएगी जो 1 नवंबर, 2021 से शुरू होकर 31 मार्च, 2022 तक चलेगा ।
    इस बात पर सर्वसम्मति से सहमति हुई कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस देश भर के हर नुक्कड़, हर वार्ड और गाँव तक पहुँचेगी और दूर-दराज के हिस्सों में भारतीयों को उनकी आकांक्षाओं के लिए एक मंच प्रदान करेगी।

पहली बार मतदान करनेवाले मतदाताओं को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य बनाने के लिए पार्टी द्वारा विशेष बल दिया जाएगा ।
इस विषय पर सहमति हुई कि कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता विशेष रूप से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग के हमारे भाइयों और बहनों के घरों और मुहल्लों का दौरा करेंगे कांग्रेस पार्टी द्वारा उनके कल्याण और समावेश के लिए शुरू किए गए कदमों पर विशेष ध्यान देकर इन वर्गों के साथ बातचीत करेंगे साथ ही इनकी समस्याओं को बिंदुवार तरीके से हल करने के दिशा में प्रयास तेज करेंगे । समाज के सभी वर्गों से मिशन मोड में महिला सदस्यों को पार्टी से जोड़ने का भी संकल्प लिया गया। मूल विचार न केवल युवाओं, महिलाओं और हाशिए पर जा रहे विशिष्ट वर्गों के लिए एक राष्ट्रव्यापी पहुंच अभियान है, पार्टी का प्रयास इस तथ्य को भी सामने लाना है कि केंद्र की भाजपानीत सरकार की नीतियों द्वारा इन वर्गों के जीवन और आजीविका पर किये जा रहे हमले से लड़ने के लिए कांग्रेस पार्टी ही एकमात्र विकल्प है।

  1. एक वैचारिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन देशभर में हो इस बात पर भी सहमति बनी बैठक में भाजपा/आरएसएस द्वारा न केवल कांग्रेस की विचारधारा पर बल्कि संविधान में निहित न्याय, समानता और सकारात्मक कार्रवाई के मूल सिद्धांतों पर लगातार हो रहे व्यवस्थित हमले पर विस्तृत रूप से विचार विमर्श हुआ । बैठक में संवैधानिक संस्थाओं के क्षरण पर गहन विचार मंथन हुआ ।
    बैठक में कहा गया कि कांग्रेस के सामान्य कार्यकर्ताओं से लेकर वरिष्ठतम कांग्रेस नेता तक पार्टी के प्रत्येक पदाधिकारी को कांग्रेस की विचारधारा के मूल और भारत के संस्थापक सिद्धांतों के आधार पर इस लड़ाई का सामना करना होगा। इसे सार्थक रूप से करने के लिए पार्टी के सभी स्तरों पर एक व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने का संकल्प लिया गया। एआईसीसी के पदाधिकारियों और पीसीसी अध्यक्षों ने मौखिक और सोशल मीडिया के माध्यम से सत्तारूढ़ शासन द्वारा फैलाए गए दुष्प्रचार, झूठ और दुर्भावनापूर्ण अभियानों का मुकाबला करने के लिए मुद्दे और नीति-आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने पर सहमति व्यक्त की। भारत के संस्थापक सिद्धांतों को फिर से लिखने का उनका विकृत प्रयास हमारे लोकतंत्र और राजनीति के मूल को खतरे में डालता है और हमें इससे राष्ट्रीय हित में लड़ना होगा ।
  2. जमीनी आंदोलनों को आगे बढ़ाने का निर्णय हुआ सभी ने सर्वसम्मति से हमारी पार्टी के कृषि क्षेत्र और लाखों किसानों पर भयावह हमले, अभूतपूर्व बेरोजगारी के कारण गंभीर अशांति, कीमतों में असहनीय वृद्धि से लोगों के बजट पर दुर्बल करने वाले हमले से लड़ने के संकल्प को दोहराया। पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस, खाना पकाने का तेल, निर्माण सामग्री तथा हर स्तर पर बढ़ती महंगाई का विरोध करने पर भी सहमति बनी ।
    हमारी अर्थव्यवस्था की दयनीय स्थिति और आसन्न आर्थिक मंदी और भी अधिक चिंताजनक है क्योंकि मोदी सरकार आर्थिक नीतियां मंदी को ठीक करने के लिए अनभिज्ञ और दिशाहीन है। उनकी नीतियों का शुद्ध परिणाम यह है कि मुट्ठी भर पूंजीपति अपनी संपत्ति में प्रतिदिन कई करोड़ की वृद्धि करते रहते हैं जबकि छोटे व्यवसाय, एमएसएमई, सीमांत दुकानदार और उद्यमी इनके लालच का शिकार हो जाते हैं।

यह संकल्प लिया गया कि 14 से 29 नवंबर, 2021 के बीच इन कठोर कदमों से आहत जनता के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, पार्टी पदाधिकारियों और आम लोगों की भागीदारी और भागीदारी के साथ जन जागरण अभियान चलाना होगा मुद्रास्फीति पर एक बड़े पैमाने पर जमीनी आंदोलन पार्टी के द्वारा शुरू किया जाएगा।

आज के इस महत्वपूर्ण बैठक के अंत में, यह माना गया कि भारत की आत्मा और मूल्य भाजपा/आरएसएस के कटु और विभाजनकारी एजेंडे द्वारा निरंतर होते हमले हो रहे हैं । भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कंधों पर इन घावों को भरने में मदद करने और वसुधैव कुटुम्बकम के विचार में सन्निहित भाईचारे और बंधुत्व के बंधन को फिर से बनाने की जिम्मेदारी है।

THE REAL KHABAR

RELATED ARTICLES

Most Popular