Wednesday, April 24, 2024
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पिछड़ा वर्ग के साथ सरासर धोखा, आरक्षण सुनिश्चित करने के लिए ट्रिपल टेस्ट जरूरी था

रांची। आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने राज्य में होने वाले पंचायत चुनाव में ओबीसी के लिए आरक्षित विभिन्न स्तर के हजारों पदों को समाप्त किए जाने के लिए सीधे तौर पर सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। इस मामले में तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि यह पिछड़ा वर्ग के साथ धोखा है।

उन्होंने कहा कि जिसका अंदेशा था, वही हुआ। चुनाव से पहले ट्रिपल टेस्ट का होना महत्वपूर्ण था। इस टेस्ट के बिना पंचायत चुनाव कराने की स्थिति में ओबीसी के लिए आरक्षण सुनिश्चित किए जाने का अवसर खत्म हो गया है।

अब अलग-अलग कारणों से ओबीसी के लिए आरक्षित सीटों को भी अनारक्षित किया जा रहा है। यानी पंचायतों में प्रतिनिधित्व करने का जो भी मौका था, उसे छीना जा रहा। चुनाव की अधिसूचना जारी होने और आरक्षण की स्थिति अस्पष्ट किए जाने पर भारी असंतोष पैदा होगा, इससे इनकार नहीं किया जा सकता

उन्होंने कहा है कि विधानसभा के बजट सत्र और‌ सदन के बाहर हम इसी बात पर जोर देते रहे कि पंचायत चुनाव से पहले ओबीसी आरक्षण तय करने के लिए ट्रिपल टेस्ट कराया जाए। जब लंबे समय तक पंचायत चुनाव टाला गया, तो और कुछ महीनों में ट्रिपल टेस्ट कराकर चुनाव हो। लेकिन सरकार ने सिरे से इनकार कर दिया। झारखंड में वैसे भी ओबीसी को महज 14 फीसदी आरक्षण हासिल है। जबकि इस वर्ग की आबादी लगभग 51 फीसदी। आरक्षण बढ़ाने की मांग पुरानी है और सरकार इधर-उधर की बातें कर इस मुद्दे पर स्पष्ट निर्णय लेने से बचती रही है।

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