उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में जिला अंतर्गत चल रहे तेजस्वनी योजना के तहत कार्यों एवं आने वाले दिनों में किये जाने वाले कार्यों को लेकर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान उपायुक्त द्वारा जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण के रोकथाम, जागरूकता के अलावा दहेज प्रथा व बाल विवाह के रोकथाम हेतु किये जा रहे कार्यों, ओमिक्रोन संक्रमण से बचाव, लक्षण, रोकथाम, इलाज, होम आइसोलेशन, चिकित्सकों द्वारा दी गई सलाह, राज्य सरकार व जिला प्रशासन द्वारा जारी आवश्यक गाइडलाइन एवम 15 वर्ष से 18 वर्ष के युवकों-युवतियों के वैक्सीनेशन की कार्य प्रगति आदि के बारे में जानकारी दी गयी। साथ हीं उपायुक्त द्वारा बैठक में उपस्थित तेजिस्विनी क्लब की सदस्यों से उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों, जिले में दहेज प्रथा व बाल विवाह के रोकथाम हेतु उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों में आने वाली कठिनाईयों आदि से अवगत होते हुए आगे की रणनीति हेतु सभी के सुझाव भी लिए गए।
इसके अलावे बैठक के दौरान उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजंत्री ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि तेजस्विनी क्लब के द्वारा वर्तमान में जो किशोरियों को उनके स्वास्थ्य व अधिकारों के प्रति जागरूक करने हेतु “लाइफ स्किल एजुकेशन प्रोग्राम” चलायी जा रही है, यह वास्तव में बहुत अच्छी पहल है। इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं एवम इसके माध्यम से बच्चियां अब अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होकर बाल विवाह व दहेज प्रथा के विरुद्ध अपनी आवाज उठा पा रही हैं एवम अपने परिवार वालों को भी यह समझा पा रही हैं कि बाल विवाह के क्या-क्या दुष्परिणाम हैं एवम इससे किस प्रकार उनका जीवन बर्बाद हो सकता है। उन्होंने आगे कहा कि दहेज प्रथा के पूर्णतः रोकथाम हेतु वृहत स्तर पर जनजागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है, ताकि हम अपने युवा पीढ़ी को इसके प्रति जागरूक कर सकें। इसके लिए उपायुक्त द्वारा दहेज प्रथा के रोकथाम को लेकर “SAY NO TO DOWRY” pledge कैंपेन का आयोजन करने का निदेश संबंधित अधिकारियों को दिया गया एवम कहा गया कि इस कैंपेन के माध्यम से युवाओं को यह शपथ दिलायी जाए कि वे अपने विवाह में दहेज का लेन-देन नहीं करेंगे और न हीं दूसरों को ऐसा करने देंगे। आगे उपायुक्त द्वारा 15 से 18 वर्ष के युवकों के टीकाकरण के लक्ष्य प्राप्ति पर असंतोष जाहिर करते हुए कहा गया कि इसमें तेजी लायी जाए, ताकि ससमय लक्ष्य प्राप्ति की जा सके। आगे उन्होंने कहा कि तेजस्विनी योजना को सिर्फ एक परियोजना समझकर नहीं बल्कि इसे मिशन मानकर कार्य करें, ताकि जिले की किशोरियों को आत्मनिर्भर बनाया जा सके। यह सिर्फ एक परियोजना नहीं अपितु एक मिशन है जो जिले की बालिकाओं को नयी जिंदगी प्रदान करने की क्षमता रखता है। आगे उपायुक्त ने कहा कि 14 से 24 साल तक की किशोरियों को शिक्षित करने के साथ किशोरियों एवं युवतियों को समाज की मुख्यधारा में लाना और आर्थिक रुप से स्वाबलंबी बनाने का प्रयास करें। इसके अलावे उपायुक्त ने जिले में कुल 834 तेजस्विनी क्लब को पूर्ण रूप से सक्रिय करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया। साथ ही बैठक के दौरान किशोरी, बालिकाओ और युवितियों के आर्थिक और सामाजिक सशक्तीकरण के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई। आगे उपायुक्त ने जिले के सभी प्रखंडों में परियोजना के माध्यम से कोविड जागरूकता, 15 से 18 वर्ष के बच्चों का वैक्सीनेशन, बाल विवाह, दहेज प्रथा, कन्या भ्रूण हत्या से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर प्रगति देने का निर्देश दिया, ताकि योजना का लाभ किशोरी, बालिकाओं और युवतियों तक सुलभ तरीके से पहुंच सके।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजंत्री द्वारा जानकारी दी गई कि शत प्रतिशत वैक्सीनेशन हेतु सभी का सहयोग की आवश्यकता है। ऐसे में तेजस्वनी परियोजना से जुड़े सदस्यों के अलावा सभी 15 से 18 वर्ष के युवाओं से अपील होगा कि वे कोविड टीका लगवाए व दूसरों को भी इस हेतु प्रेरित करें, ताकि जिले में सभी का टीकाकरण सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने निदेशित किया कि टीकाकरण में तेजी लाते हुए जल्द से जल्द सभी 15 से 18 वर्ष के युवाओं का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। उनके द्वारा आगे कोरोना संक्रमण व वैक्सिनेशन को लेकर जागरूकता के अलावा कोविड नियमों का शत प्रतिशत अनुपालन, साफ-सफाई व कोविड रोकथाम के प्रति लोगों को जागरूक करने में जिला प्रशासन के सहयोग का आग्रह किया गया।
ओमिक्रोन संक्रमण को लेकर हम सभी को अपने व्यवहार में सतर्कता और सावधानी बरतने की आवश्यकता
उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजंत्री द्वारा जानकारी दी गई कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। मास्क, सामाजिक दूरी का अनुपालन के अलावा हाथों को साबुन से धोना चाहिए। अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल, टिशू पेपर या हाथ से ढककर रखें। साफ-सफाई के साथ मास्क या फेस कवर का उपयोग करें और जिन व्यक्तियों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें। और सबसे महत्वपूर्ण कोविड नियमों का अनुपालन और अपनी बारी आने पर कोविड का टीका अवश्य लगाए और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। इसके अलावे उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गई है कि स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड नियमों के शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करने के अलावा लोगों को सतर्क और जागरूक करने की कड़ी को मजबूत करने के उद्देश्य से व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है, जिसमे आप सभी भी जुड़ जाए ताकि कोविड रोकथाम, बचाव के कार्यों से आप अवगत होते रहे।इन सभी ग्रुपों में संबंधित अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं संबंधित थानों के थाना प्रभारी, जनप्रतिनिधियों, पंचायत स्तर के अधिकारी, कर्मचारियों को जोड़ा गया, ताकि 194 पंचायत में वैक्सीनशन, कोविड टेस्टिंग, स्वास्थ्य व्यवस्था की निगरानी की जा सके, ताकि पंचायत स्तर की आवश्यकताओं को देखते हुए उसे त्वरित पूरा किया जा सके।
इस दौरान उपरोक्त के अलावे जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्री अमित कुमार, प्रभारी पदाधिकारी, गोपनीय शाखा श्री विवेक कुमार मेहता, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कुमार विद्यार्थी, तेजस्विनी परियोजना के सभी ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर, युवा उत्प्रेरक एवं तेजस्वनी परियोजना के 287 से अधिक सदस्य आदि बैठक में उपस्थित थे।