रांची विमेंस कॉलेज की प्राचार्या डॉ. शमशुन नेहार के निर्देशन में रांची विमेंस कॉलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई 1 (प्रोग्राम ऑफिसर डॉ. कुमारी उर्वशी) और 2 (प्रोग्राम ऑफिसर डॉ भारती सिंह) ने राँची विमेंस कॉलेज के आर्ट्स ब्लॉक में आज पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया।
प्राचार्य ने छात्राओं को संदेश दिया कि मानव जीवन के लिए पर्यावरण सर्वोच्च जरुरत है। जल, जंगल और जमीन तीनों उसके प्रमुख आधार हैं। विकास के मौजूदा मॉडल की विफलता यह कि जीवन के इन तीनों आधारों को प्रदूषण ने लील लिया है। यही वजह है आज देश की आबादी का बड़ा हिस्सा स्वच्छ व सुरक्षित पानी, शौचालय और शुद्ध हवा जैसी मूलभूत आवश्यकताओं से भी वंचित है। पर्यावरण पूरी तरह प्रदूषित हो चुका है। इस दिशा में समाज और सरकार को स्वच्छता और वृक्षारोपण को एक जनान्दोलन बनाने की तरफ सोचना होगा, जिसके लिए समाज की सहभागिता होना पहली और आवश्यक शर्त है।पर्यावरण की सेहत के लिए दो कामों का निरन्तर जारी रहना बेहद जरुरी है, पहला स्वच्छता और दूसरा वृक्षारोपण। स्वच्छता और वृक्षारोपण के अभाव में हमें स्वास्थ्य सम्बन्धी खतरे झेलने पड़ते हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण अहम पहल है, क्योंकि जीवनदायनी ऑक्सीजन का एकमात्र स्त्रोत वृक्ष ही हैं। मानव जीवन वृक्षों पर ही निर्भर है। यदि वृक्ष नहीं रहेंगे तो धरती पर जीवन संकट में पड़ जाएगा।
असल संकट यही है कि विकास के आधुनिक मॉडल ने सब कुछ उजाड़ दिया है। जंगल ही थे जो जलवायु परिवर्तन के कुप्रभावों को कम करने की क्षमता रखते हैं, जिसके लिए वृक्षारोपण अभियान जारी रहना जरुरी है। इसी से जलवायु में सुधार संभव है। पेड़-पौधे प्रकाश संश्लेषण के माध्यम से कार्बन-डाई आक्साइड को कम कर ऑक्सीजन देने में महती भूमिका में हैं। यह प्रक्रिया प्रकृति में संतुलन बनाए रखती है। जंगल ही हमें स्वच्छ जल और स्वस्थ मृदा के साथ-साथ स्वच्छ पर्यावरण भी प्रदान करने का आधार प्रदान करते हैं । कार्यक्रम में 15 एनएसएस कार्यकर्ताओं के साथ साइंस ब्लॉक की प्रोफेसर इंचार्ज डॉ आभा प्रसाद, डॉ. स्वर्णिम, डॉ मीना कुमारी उपस्थित रहीं।