Thursday, May 2, 2024
spot_img
Homeझारखंडहम आदिवासी एक हैं, हमें धर्म के नाम पर न ब़ाटेः रामेश्वर...

हम आदिवासी एक हैं, हमें धर्म के नाम पर न ब़ाटेः रामेश्वर उरांव

रांची। विश्व आदिवासी दिवस पर आज प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से भी एक कार्यक्रम आयोजित कर जनजातीय समाज के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले समाज के विभिन्न तबके को सम्मानित किया गया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज्य के बीच तथा खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम के दौरान विभिन्न जनजातीय समूह की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से आयोजित कृतित्व सम्मान सर सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान शिक्षा ,चिकित्सा, साहित्य ,कला संस्कृति, खेलकूद और समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया गया । कार्यक्रम के दौरान टाना भगत समाज के लोगों को भी सम्मानित किया गया।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आज देशभर में आदिवासियों को धर्म के नाम पर बांटने की कोशिश की जा रही है। यह कोशिश किस राजनीतिक दल की ओर से की जा रही है, यह सभी लोग जानते हैं ।उन्होंने कहा कि उक्त विशेष राजनीतिक दल द्वारा आदिवासी समाज को कभी सनातन के नाम पर ,तो कभी सरना के नाम पर बांटने की कोशिश की जाती है। उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर आदिवासी समाज को बांटा जाना अनुचित है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कर्नाटक और जम्मू कश्मीर में कई ऐसी जातियां हैं जो मुस्लिम होते हुए भी आदिवासी है। डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि धर्म के चक्कर में लोग नहीं पड़े, मूल से जो आदिवासी है वह भविष्य में भी आदिवासी रहेंगे।

हम आदिवासी एक हैं, हमें धर्म के नाम पर न ब़ाटेः रामेश्वर उरांव


उन्होंने कहा कि कांग्रेसस ने वनों में रहने वाले आदिवासियों को कई अधिकार दिए, लेकिन भाजपा शासित राज्यों में आदिवासी समाज का समुचित विकास नहीं हो पाया , परंतु अब राज्य में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में आदिवासी समाज के विकास और उनके आर्थिक सामाजिक विकास के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन में ही वन अधिकार कानून लागू हुआ जिसके माध्यम से जंगल में रहने वाले आदिवासियों को 10 एकड़ तक की जमीन पट्टे पर दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पंचायती राज व्यवस्था में पेसा कानून के तहत परंपरागत ग्राम प्रधान व्यवस्था को भी लागू कर रही है। उन्होंने कहा कि शिड्यूलड एरिया में कोई भी किसी का जमीन नहीं छीन सकता है ,लेकिन इसके बावजूद कुछ कम पढ़े लिखे अधिकारियों द्वारा भूमि अधिग्रहण की कोशिश की जाती है लेकिन यदि लोग जमीन नहीं देना चाहते हैं तो किसी भी कीमत पर इस तरह की जमीन पर कब्जा नहीं किया जा सकता है ।उन्होंने कहा कि संविधान की पांचवी और छठी अनुसूची में शिड्यूल एरिया क्षेत्र के लोगों को कई विशेष अधिकार दिए गए हैं और राज्य सरकार उन अधिकारों के माध्यम से आदिवासी समाज के विकास में ड्यूटी है।

इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि विकास जरूरी है लेकिन सभ्यता संस्कृति और परंपरा कैसे बरकरार रहे , इस पर विशेष ध्यान रखने की जरूरत है उन्होंने कहा कि आज यह संकल्प लेने का दिन है कि जनजाति समाज का कैसे सर्वांगीण विकास हो। उन्होंने कहा कि विकास के नाम पर विस्थापन स्वीकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि झारखंड आदिवासी बहुल राज्य हैं और यह संविधान की पांचवी अनुसूची में आता है। इस क्षेत्र के जनजाति समाज का विकास कैसे हो इसके लिए योजनाओं को क्रियान्वित करने की जरूरत है।

इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष डाक्टर रामेश्वर के नेतृत्व में राज्य में आदिवासी समाज को संगठन से जोड़ने की दिशा में लगातार काम हो रहा है, वहीं वित्त तथा खाद्य आपूर्ति मंत्री के रूप में भी डॉक्टर रामेश्वर उरांव के नेतृत्व में आदिवासी समाज के विकास और आर्थिक सुदृढ़ीकरण के लिए सरकार निरंतर प्रयास रत है

साहित्य,लेखन एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए महादेव टोप्पो,कला संस्कृति क्षेत्र में योगदान के लिए सरल उराँव, सामाजिक सांस्कृतिक क्षेत्र में योगदान के लिए प्रभाकर नाग,कला एवं मूर्तिकार दिलीप टोप्पो,रिम्स के रेसीडेंट डाक्टर निशीत एक्का व मनीष कुमार मुण्डा,वरीष्ठ फोटोग्राफर विनय मुर्मु,देश विदेशों में जाकर झारखंड की मुण्डा समाज को पहचान दिलाने के लिए शाल और पौधा देकर सम्मानित किया गया।महिला हाकी की पूर्व कैप्टन अंशुता लकड़ा,रोजगार के क्षेत्र में कार्य करने वाले संजय कच्छप भी सम्मानित किए गये। कार्यक्रम में मुंडा सांस्कृतिक नृत्य,उराँव नृत्य का आयोजन किया गया। प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डा रामेश्वर उराँव ने कार्यक्रम के अभूतपूर्व सफलता के लिए आयोजन समिति के सदस्य सन्नी टोप्पो,अमूल्य नीरज खलखो,रमा खलखो,सुन्दरी तिर्की,सतीश पाल मुंजीनि,बेलस तिर्की, गीताश्री उराँव, सुषमा हेम्ब्रम को विशेष रुप से धन्यवाद दिया।

कृतित्व सम्मान संस्कृति उत्सव कार्यक्रम का संचालन प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय प्रभारी अमूल्य नीरज खलखो ने किया, जबकि स्वागत भाषण जोनल कोऑर्डिनेटर रमा खलखो ने की एवं धन्यवाद ज्ञापन आयोजन समिति के अध्यक्ष सन्नी टोप्पो ने किया।
विश्व आदिवासी दिवस पर मुख्य रुप से पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश,वरिष्ठ कांग्रेस नेता रोशनलाल भाटिया,प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे,लाल किशोर नाथ शाहदेव,डा राजेश गुप्ता छोटू,डा तौसीफ, आभा सिन्हा, शकील अख्तर अंसारी, सुलतान अहमद,अशोक चौधरी,प्रदीप तुलस्यान, रवीन्द सिंह,भीपी शरण,गुंजन सिंह,भीम कुमार,राखी कौर,गजेंद्र सिंह,सुरेश बैठा,जितेन्द्र त्रिवेदी,रमेश नायक,गौरी शंकर मुण्डा समेत अन्य नेता मौजूद थे।

THE REAL KHABAR

RELATED ARTICLES

Most Popular