महुआडांड़ की रहने वाली मानती कुमारी विपरीत परिस्थितियों में भी पिछड़े इलाकों में बच्चों के टीकाकरण के लिए उफनती नदी को पार करके जाती हैं. मानती को अपने गांव से दूसरे गांवों तक पहुंचने के लिए बीच में नदी पार करनी पड़ती है.
मानती कुमारी बाढ़ के दिनों में भी भारी जोखिम उठाकर लोगों की मदद के लिए पहुंचती हैं. महिला एएनएम ने हर परिस्थितियों से लड़ते हुए अपने काम को जारी रखा है. काम पर जाने के दौरान वे अपनी डेढ़ साल की बच्ची को पीठ पर लादकर ले जाती हैं. बच्ची बेहद छोटी है, जिसकी वजह से उसे घर पर नहीं छोड़ा जा सकता है.
टीकाकरण के इस मिशन में मानती कुमारी के साथ उनके पति सुनील उरांव भी शामिल हैं. उनके पति हर दिन सफर में साथ होते हैं. उन्हें हर दिन 4 से 5 किलोमीटर का सफर तय करना होता है लेकिन खराब रास्ते की वजह से, यह दूरी ज्यादा बढ़ जाती है. मानती कुमारी को अक्सी पंचायत क्षेत्र के तिसिया, गोयरा और सुगाबांध जैसे कई गावों में जाकर बच्चों का टीकाकरण करना होता है.