प्रकृति पूजा का महापर्व सरहुल बड़कागांव विधानसभा के कई क्षेत्रों में पारंपरिक उत्साह के साथ मनाया गया| स्थानीय विधायक अंबा प्रसाद ने क्षेत्रवासियों को प्रकृति महापर्व सरहुल की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाइयां दी| अंबा प्रसाद ने पतरातू प्रखंड के लबगा ,मेलानी ,बीचा,नेतूवा,पालि,बरघुटवा, चिकोर पहुंचकर प्रकृति पर्व की बधाइयां दी| इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सभी को प्रकृति का महत्व समझना चाहिए और इसकी रक्षा के लिए संकल्प लेना चाहिए। चैत्र शुक्ल पक्ष तृतीय के अवसर पर मनाया जानेवाला यह त्योहार धरती एवं सूर्य के विवाहोत्सव के रूप में मनाया जाता है| करमा त्योहार के साथ सरहुल का त्योहार आदिवासी समुदाय का सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है| प्रकृति पर्व पर पाहन ये बताते हैं कि इस बार कैसी बारिश होगी|
अंबा प्रसाद ने कहा कि प्रकृति का यह पर्व लोगों को उत्साहित करने वाला तथा जनजातीय समुदाय के जीवन को दर्शाता एवं बतलाता है| उन्होंने कहा कि आधुनिकता के इस दौर में ग्लोबल वार्मिंग की समस्या से पूरा विश्व परेशान हैं ऐसी परिस्थिति में प्रकृति पर्व सरहुल हमें सिखाता है कि प्रकृति के साथ छेड़छाड़ नहीं बल्कि हमें मां की रूप में प्रकृति को पूजने की जरूरत है। अंबा प्रसाद ने कहा कि हम सभी मां प्रकृति की की रक्षा और सम्मान करें, मां प्रकृति हम सभी की रक्षा करेगी|