मैट्रिक और इंटरमीडिएट के पहले टर्म की परीक्षा समय पर हो जाए, इसमें संशय दिख रहा है। झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) में अध्यक्ष का पद खाली रहने और उसका प्रभार किसी दूसरे को नहीं दिए जाने के कारण इसमें देरी हो सकती है। जैक अध्यक्ष के निर्देश पर ही परीक्षा की तारीख की घोषणा, प्रश्नपत्रों की छपाई से लेकर परीक्षा केंद्रों का निर्माण तक किया जाता है, लेकिन मैट्रिक-इंटरमीडिएट की परीक्षा को लेकर अब तक यह कार्रवाई पूरी नहीं हो सकी है।
बता दें कि 27 नवंबर तक मैट्रिक-इंटरमीडिएट की परीक्षा के लिए आवेदन ही लिए गए हैं। अगर राज्य सरकार जैक अध्यक्ष की नियुक्ति तक यह अधिकार शिक्षा विभाग या जैक को देगी तभी यह प्रक्रिया आगे बढ़ सकेगी। जैक में 15 सितंबर से ही अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का पद खाली है। अध्यक्ष के अभाव में यहां कार्यरत कर्मचारियों को तीन माह से वेतन का भुगतान भी नहीं हो पा रहा था। राज्य सरकार ने वेतन भुगतान की अनुमति तो दे दी है, लेकिन परीक्षा के संचालन संबंधी अनुमति अब तक नहीं दी गई है। अनुमति मिलने के बाद ही ओएमआर शीट पर होने वाली परीक्षा के लिए प्रश्नपत्रों की छपाई की जाएगी। साथ ही अंतिम रूप से परीक्षा केंद्रों का निर्धारण किया जाएगा और मैट्रिक और इंटरमीडिएट मुख्य परीक्षा में रखे जाने वाले सभी मानकों को पूरा किया जाएगा। इसमें जैक को कम से कम एक सप्ताह से 10 दिन तक का समय लगेगा।