झारखंड के झामुमो, कांग्रेस महागठबंधन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुखर विरोधी कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय सिंह गुरुवार को शिल्पी नेहा तिर्की के नामांकन में सीएम के आमने सामने हो गईं। पहली पंक्ति में बैठे लोगों का अभिवादन करते मुख्यमंत्री अपनी सीट के पास पहुंचे तो दो लोगों के बाद दीपिका पांडेय अपनी सीट पर मौजूद थीं। सभी को हाथ जोड़कर अभिवादन कर रहे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दीपिका को देखते ही दो लोगों राजेश ठाकुर और सुबोधकांत सहाय को पार करते हुए दीपिका पांडेय के पैर छू लिए।
मुख्यमंत्री का एक हाथ राजेश ठाकुर के घुटने पर था और दूसरा हाथ दीपिका के पैर पर पहुंचा। दीपिका उठकर सीएम की ओर हंसते हुए बढ़ीं और अचानक इस घटनाक्रम से सभी के चेहरे पर हंसी आ गई। दीपिका पांडेय सिंह समन्वय समिति, बोर्ड-निगम बंटवारे और अन्य कई मुद्दों पर झामुमो की मुखर विरोधी रही हैं। उन्होंने कई बार गठबंधन से बाहर आने की बात भी सार्वजनिक तौर पर कही है।
इस घटना के बाद दीपिका ने कहा कि मुख्यमंत्री मुझसे चार-आठ महीने छोटे ही होंगे और उनसे मेरी कोई नाराजगी नहीं है। महागठबंधन में सम्मान के लिए, सरकार की बेहतरी की जवाबदेही हम लोगों पर है और इसके लिए मैं आवाज उठाती रही हूं। मुझे खुशी है कि समन्वय समिति बनी है, न्यूनतम साझा कार्यक्रम बन रहा है, भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी जांच के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि झारखंड का सबसे बड़ा मुद्दा रोजगार का रहा है और एक दिन पहले ही कृषि विभाग में नियुक्ति पत्र बंटे हैं, सरकार मुद्दों की ओर गंभीरता से बढ़ रही है।