अफगानिस्तान के गृह मंत्री अब्दुल सतार मिर्जाकवाल ने मंगलवार को पख्तिया प्रांत का दौरा किया और तालिबान को चेतावनी दी कि वे अफगान सेना से जब्त किए गए सैन्य उपकरणों को पाकिस्तान ले जाना बंद कर दे। द खामा प्रेस ने इसकी जानकारी दी है। इन सैन्य उपकरणों और टैंकों को तालिबानी आतंकवादियों ने अफगान बलों के साथ संघर्ष के दौरान जब्त कर लिया है।
कार्यवाहक गृह मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान में सैन्य टैंकों की तस्करी करने वाले किसी भी व्यक्ति को सीधे अफगान वायु सेना द्वारा निशाना बनाया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि तालिबान इन सैन्य टैंकों को अफगानिस्तान के ज़ाबुल प्रांत के रास्ते पाकिस्तान ले जाता है। खामा प्रेस ने अफगान के स्थानीय शासन के स्वतंत्र निदेशालय के प्रमुख शमीम खान कटवाजई का हवाला देते हुए बताया कि इस बात के सबूत और फुटेज हैं कि तालिबान सैन्य उपकरण पाकिस्तान ले जाता है।
तालिबान ने इन दावों को लगातार खारिज किया है। यह मामला अमेरिकी सेना की वापसी के बीच तालिबान और अफगान सुरक्षा बलों में लगातार झड़पों के साथ अफगानिस्तान में हिंसा की वृद्धि के बीच सामने आया है। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर ए-तैयबा (LeT) जैसे पाकिस्तान स्थित जिहादी समूह तालिबान के साथ अफगान राष्ट्रीय बलों के खिलाफ लड़ाई जारी रखे हुए हैं।
तालिबान ने देश के कई जिलों पर कब्जा कर लिया है
अफगानिस्तान से सैनिकों की वापसी शुरू होने के बाद से तालिबान ने देश के कई जिलों पर कब्जा कर लिया है। कम से कम चार और जिले तालिबान के हाथ में आ गए हैं। हालांकि, अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा बलों ने उत्तरी अफगानिस्तान के कुंदुज शहर में बढ़त बना ली है। टोलो न्यूज के अनुसार गजनी के सांसद खोद्दाद इरफानी ने बताया, ‘मुझे लगता है कि गजनी के 18 जिलों से सात जिले तालिबान के कब्जे में आ गए हैं। केवल सेंटर और तीन जिले किसी तरह सरकार के नियंत्रण में हैं।