राष्ट्रिय जनता दल (राजद) के 25वें स्थापना दिवस के अवसर पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि राबड़ी और तेजस्वी नहीं होते तो रांची में ही हमें मार दिया जाता. तेजस्वी और राबड़ी के सहयोग से मुझे दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया.
लालू प्रसाद यादव के इस बयान के बाद सियासी भूचाल आ गया है. क्योकि उनके बयान से ये बात साफ होती दिख रही है कि झारखंड में उन्हें अपनी ही सरकार के दौरान जान का खतरा था. आपको बता दें कि लालू प्रसाद यादव को इसी साल 23 जनवरी को दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था. लालू यादव के बयान के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या झारखंड में राजद और कांग्रेस के समर्थन से चल रही हेमंत सरकार में लालू यादव सुरक्षित नहीं थे? क्या उन्हें अपनी ही सरकार के दौरान रांची में जान का खतरा था?