गाजियाबाद पुलिस ने ट्विटर इंडिया के एमडी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाते हुए एसएलपी दाखिल की है। दरसअल, लोनी में बुजुर्ग की पिटाई और दाढ़ी काटे जाने के मामले में पुलिस ने सभी आरोपियों को सलाखों के पीछे भेज दिया है। वहीं इस वीडियो के वायरल किए जाने पर पुलिस ने ट्विटर इंडिया के एमडी मनीष माहेश्वरी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया था, लेेकिन मनीष माहेश्वरी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। इसके बाद उन्हें हाईकोर्ट से तो राहत मिल गई, लेकिन अब गाजियाबाद पुलिस ने कर्नाटक हाईकोर्ट से मनीष माहेश्वरी को मिली राहत के खिलाफ सोमवार को सुप्रीम कोर्ट जा पहुंची है। क्षेत्राधिकारी अतुल कुमार सोनकर ने उनके खिलाफ स्पेशल लीव पिटिशन दाखिल की है।
गाजियाबाद के एसपी देहात डॉक्टर ईराज राजा ने बताया कि लोनी इलाके में बुजुर्ग की पिटाई के वीडियो वायरल के मामले में टि्वटर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। इस पूरे मामले में टि्वटर इंडिया के एमडी मनीष माहेश्वरी को धारा 411 के तहत नोटिस भेजकर भड़काऊ ट्वीट के बारे में अपने बयान दर्ज करने के लिए लोनी बॉर्डर थाना बुलाया गया था। जिसके तहत उन्हें 24 जून को लोनी बॉर्डर थाने पहुंचकर अपने बयान दर्ज कराने थे, लेकिन वह थाने पहुंचने के बजाय सीधे हाईकोर्ट पहुंच गए और उन्होंने तथ्यों को छुपाते हुए हाईकोर्ट से राहत प्राप्त कर ली। इसलिए अब गाजियाबाद पुलिस ने भी सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और सुनवाई के लिए एसएलपी सूचीबद्ध की गई है। पुलिस की तरफ से क्षेत्राधिकारी अतुल कुमार सोनकर ने सुप्रीम कोर्ट में स्टैंडिंग काउंसलिंग का वकालतनामा दाखिल किया है और अब सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई का इंतजार किया जा रहा है।
बहरहाल, टि्वटर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर को हाईकोर्ट से कुछ समय के लिए जरूर राहत मिल गई है, लेकिन जिस तरह से गाजियाबाद पुलिस स्टैंड ले रही है। वह कहीं ना कहीं टि्वटर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर के लिए एक बड़ी मुश्किल खड़ा कर सकता है।