साहिबगंज की महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की की मौत की जांच कर रही सीबीआइ अब एक्शन में है। मंगलवार को सीबीआइ अधिकारियों ने रूपा तिर्की के आवास के पड़ोस में रहने वाले जमादार (सहायक पुलिस अवर निरीक्षक) प्रदीप पासवान और उनकी पत्नी से लंबी पूछताछ की। सूत्रों की मानें तो सीबीआइ ने फिलहाल आधा दर्जन लोगों को पूछताछ के लिए नोटिस दिया है। अधिकतर वैसे लोग हैं जो पूर्व में पुलिस को बयान दे चुके हैं। सीबीआइ टीम को एक व्यक्ति से पूछताछ में तीन से चार घंटे तक लग रहे हैं।
रूपा तिर्की का फ्लैट नंबर यूएस एक तो प्रदीप पासवान का फ्लैट नंबर यूएस दो है। दोनों का मकान आमने-सामने है। दोनों मकानों के बीच सीढिय़ों की ओर जाने वाला रास्ता है। तीन मई को रूपा तिर्की के साथ फ्लैट में रहने वाली मनीषा बाहर थी। शाम में फ्लैट का दरवाजा भीतर से बंद था। कई बार खटखटाया था। दरवाजा नहीं खुला तो उसने प्रदीप पासवान को जानकारी दी। इसके बाद अपनी पत्नी के साथ प्रदीप पासवान ने भी फ्लैट का दरवाजा खटखटाया। मंगलवार की दोपहर में पुलिस ने प्रदीप पासवान को पूछताछ के लिए सर्किट हाउस में बुलाया। एक घंटा से अधिक समय तक पूछताछ की। इसके बाद सीबीआइ टीम शाम में साढ़े तीन बजे उनके आवास पर गई। पत्नी का बयान भी दर्ज किया। दोनों से कुछ अहम सवाल पूछे। इसके बाद सीबीआइ टीम वहां से निकल गई। सीबीआइ सूत्रों की माने तो सीबीआइ को किसी निष्कर्ष तक पहुंचाने में कम से कम छह महीने लग जाएंगे। पहले चरण में सामान्य गवाहों से पूछताछ की जाएगी। इसके बाद रूपा तिर्की के स्वजन ने जिन लोगों पर आरोप लगाए हैैं, उनसे पूछताछ की जाएगी।